डा. लोकेश शुक्ल कानपुर 9450125954
घोषणात्मक आदेश (Declaratory Order) न्यायालय द्वारा पारित किया जाने वाला महत्वपूर्ण कानूनी सिद्धांत है, । इसका मुख्य उद्देश्य किसी विशेष विवाद या स्थिति को स्पष्ट करना होता है। यह आदेश किसी भी कानून, नियम, या संवैधानिक प्रावधान के तहत व्याख्यायित किया जा सकता है, ताकि संबंधित पक्षों के अधिकार और दायित्वों को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जा सके।
घोषणात्मक आदेश का प्रयोग अक्सर उन मामलों में किया जाता है जहाँ कोई पक्ष किसी कानूनी स्थिति के बारे में अनिश्चितता में होता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति या संगठन को यह ज्ञात नहीं है कि किसी विशेष संविधानिक प्रावधान या कानून का उसके ऊपर क्या प्रभाव पड़ेगा, तो वह न्यायालय से इस बात की स्पष्टता प्राप्त करने के लिए घोषणात्मक आदेश की मांग करता है।
यह आदेश सामान्यतः बाध्यकारी नहीं होता। अर्थात्, यह आदेश किसी कार्रवाई का आदेश नहीं देता, बल्कि केवल स्थिति की स्पष्टीकरण प्रदान करता है। न्यायालय के द्वारा दिये गये घोषणात्मक आदेशों का प्रमुख उद्देश्य है पक्षकारों के बीच विवादों का समाधान और न्यायिक स्थिरता और शांति को बढ़ावा देना, ।