- कानपुर लॉयर्स एसोसिएशन चुनाव 2025: दिनेश वर्मा अध्यक्ष व राजीव यादव महामंत्री चुने गए।
- डीएवी डिग्री कॉलेज में 74% मतदान हुआ 7765 में से 5755 अधिवक्ताओं ने मतदान किया
- अध्यक्ष पद के लिए छह और महामंत्री पद के लिए आठ उम्मीदवार थे
- दिनेश वर्मा त्रिकोणीय मुकाबले में जीते।
- सुरक्षा के कड़े इंतजाम व मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे और मोबाइल फोन पर प्रतिबंध था।
- 20 पदों के लिए 74 प्रत्याशी मैदान में थे और एल्डर्स कमेटी की देखरेख में मतगणना हुई।
कानपुर : 20 अगस्त 2025
कानपुर लॉयर्स एसोसिएशन चुनाव 2025 के परिणाम बुधवार को घोषित किए गए, और इस बार भी अधिवक्ता समुदाय ने उत्साह दिखाया। कुल 7765 मतदाताओं में से 5755 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिससे मतदान प्रतिशत 74.1% रहा, जो अधिवक्ता समुदाय की सक्रियता को दर्शाता है। अध्यक्ष पद के लिए दिनेश वर्मा विजयी रहे, जबकि महामंत्री के तौर पर राजीव यादव को चुना गया। अध्यक्ष पद की दौड़ खास तौर से रोचक रही, जिसमें कुल छह उम्मीदवार मैदान में थे और यह प्रतिस्पर्धा त्रिकोणीय मुकाबले तक पहुंच गई। महामंत्री पद के लिए आठ उम्मीदवारों में से निर्णायक सफलता राजीव यादव को मिली।
यह चुनाव डीएवी डिग्री कॉलेज परिसर में कराया गया, जहां अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और मतदान प्रक्रिया पूरी तरह सुव्यवस्थित रही। मोबाइल फोन ले जाना प्रतिबंधित कर दिया गया था, जिससे गोपनीयता और निष्पक्षता बनी रही। वोट देने हेतु सिर्फ प्रमाणित अधिवक्ताओं को ही अनुमति दी गई, ताकि केवल वास्तविक मतदाताओं को भागीदारी का अधिकार मिले।
चुनाव मैदान में इस बार कुल 20 पदों के लिए 74 प्रत्याशी थे, जिनमें अध्यक्ष और महामंत्री के अलावा अन्य पदों पर भी सशक्त स्पर्धा देखने को मिली। गिनती की प्रक्रिया एल्डर्स कमेटी की देखरेख में शांति, पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ सम्पन्न हुई। मतगणना के दौरान उम्मीदवारों की टीमों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए विभिन्न रचनात्मक तरीके अपनाए, जैसे गिलास और पेंसिल बांटना। ऐसी गतिविधियाँ चुनावी रंगत को खास बनाती हैं।
इन चुनावों ने साफ जाहिर कर दिया कि कानपुर के अधिवक्ता अपने अधिकारों और कर्तव्यों के लिए पूरी जागरूकता और अभिरुचि रखते हैं। प्रतिस्पर्धा जितनी तेज़ रही, उतना ही शांतिपूर्वक पूरी प्रक्रिया सम्पन्न हुई, जिसने कानूनी समुदाय की एकता और लोकतांत्रिक संस्कृति को मजबूत किया। आने वाले वर्षों में यह सक्रियता और भागीदारी कानपुर के विधिक माहौल को और समृद्ध बनाएगी।