• सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति आलोक अराधे और विपुल मनुभाई पंचोली की सिफारिश
• न्यायमूर्ति अराधे बॉम्बे हाईकोर्ट और न्यायमूर्ति पंचोली पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं।
• कॉलेजियम बैठक सिफारिश 25 अगस्त 2025 को CJI बीआर गवई की अध्यक्षता में
• सिफारिश की स्वीकृति पर सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 32 से बढ़कर 34 हो जाएगी।
• न्यायमूर्ति पंचोली भविष्य में भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने की दौड़ में शामिल होंगे।
कानपुर : 26 अगस्त 2025
नई दिल्ली 25 अगस्त 2025: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दो प्रमुख न्यायाधीशों के नामों की सिफारिश की है, जिन्हें उच्चतम न्यायालय में नियुक्ति के लिए प्रस्तावित किया गया है। ये न्यायाधीश हैं आलोक अराधे, जो मौजूदा में बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं, और विपुल मनुभाई पंचोली, जो पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं।
सिफारिश का विवरण
कॉलेजियम की बैठक 25 अगस्त 2025 को हुई, जिसमें CJI बीआर गवई की अध्यक्षता में अन्य सदस्यों ने भी भाग लिया। इस कॉलेजियम में न्यायमूर्ति सूर्यकांत, न्यायमूर्ति विक्रम नाथ, न्यायमूर्ति जेके माहेश्वरी और न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना शामिल थे. इस सिफारिश के परिणामस्वरूप, यदि केंद्र सरकार द्वारा इसे स्वीकृति मिल जाती है, तो सुप्रीम कोर्ट की स्वीकृत संख्या 34 न्यायाधीशों की जाएगी, जबकि वर्तमान में वहां 32 न्यायाधीश काम कर रहे हैं।
न्यायमूर्ति आलोक अराधे का परिचय
- जन्म: 13 अप्रैल 1964
- शिक्षा: उच्चतम न्यायालय में पहुँचने से पहले, न्यायमूर्ति अराधे ने सिविल, संवैधानिक, मध्यस्थता और कंपनी मामलों में व्यापक अनुभव हासिल किया है। उन्हें मई 2023 में तेलंगाना उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था और 21 जनवरी 2025 को बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने।
न्यायमूर्ति विपुल मनुभाई पंचोली का परिचय
- जन्म: 28 मई 1968
- शिक्षा: जज बनने से पहले, जस्टिस पंचोली ने 1991 में वकालत शुरू की थी। वे पहले न्यायाधीश रहे हैं जिन्होंने 10 जून 2016 को गुजरात हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश का पद संभाला। अप्रैल 2023 में उन्हें पटना हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा की गई यह सिफारिश न्यायपालिका की विविधता और दक्षता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।