- भारतीय शेयर बाजार में गंभीर गिरावट आई
-निफ्टी 50 : 24,900 के नीचे और बीएसई सेंसेक्स में लगभग 700 अंकों की कमी
- IT कंपनियों के कमजोर नतीजे, विशेषकर टीसीएस : शेयरों में 3.5% की गिरावट
- अमेरिका के व्यापार शुल्क योजनाओं के कारण वैश्विक तनाव ने भी निवेशकों के बीच चिंता ।
- चार दिनों में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारी बिकवाली में मंदी का माहौल
- सेंसेक्स 721 अंक गिरकर 81,463 पर और निफ्टी 225 अंक गिरकर 24,837 पर बंद
- निवेशकों को लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
कानपुर : 22 अगस्त 2025
शेयर टेलीकास्ट टूडे भारतीय शेयर बाजार में गंभीर गिरावट देखने को मिली है। निफ्टी 50: 24,900 के नीचे बंद हुआ, जबकि बीएसई सेंसेक्स में लगभग 700 अंकों की कमी आई। इस गिरावट के कई मुख्य कारण हैं:
IT कंपनियों के कमजोर नतीजे: इस दिन के कारोबार में भारतीय टैक्नोलॉजी कंपनी टीसीएस ने कमजोर तिमाही परिणाम पेश किए, जिससे बाजार में निराशा में वृद्धि हुई। टीसीएस के शेयरों में 3.5% की गिरावट आई, जो अन्य आईटी कंपनियों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालने में सफल रही.
ग्लोबल व्यापार तनाव: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा व्यापार शुल्क लगाने की नई योजनाओं के चलते निवेशकों के बीच आशंका का माहौल बना हुआ है। इससे वैश्विक बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा और स्थानीय बाजार भी इसकी चपेट में आ गया.
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली: पिछले कुछ दिनों में FII ने भारतीय शेयरों में भारी बिकवाली की है, जिससे बाजार में मंदी का माहौल बना हुआ है। अकेले पिछले चार दिनों में 11,572 करोड़ रुपये की बिकवाली हुई है.
उच्च मार्केट वैल्यूएशन: वर्तमान में शेयर मार्केट का वैल्यूएशन ऊँचा है, जो निवेशकों को सतर्क बनाए हुए है। कुछ एनालिस्ट मानते हैं कि बाजार उच्च वैल्यूएशन के कारण दबाव में है, और इसके परिणामस्वरूप निवेशकों ने शेयरों को बेचने का निर्णय लिया.
मुनाफावसूली: पिछले कुछ दिनों में बाजार में आई तेजी को देखते हुए निवेशकों ने मुनाफावसूली के लिए अपने शेयर बेचे। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह था कि सेंसेक्स के 30 में से 27 शेयरों में गिरावट आई.
भारतीय शेयर बाजार 22 अगस्त 2025 के प्रदर्शन में काफी गिरावट देखी गई, जहां सेंसेक्स ने 694 अंकों की गिरावट के साथ 81,306.85 अंक पर बंद किया और निफ्टी 214 अंकों की गिरावट के साथ 24,870 अंक पर पहुंचा. यह गिरावट बाजार में एक हफ्ते की तेजी के बाद आई, जहां पिछले छह दिन से शेयर बाजार हरे निशान में बंद हो रहा था.
टॉप गेनर्स:
महिंद्रा एंड महिंद्रा, जिसमें 0.83% की वृद्धि।
मारुति सुज़ुकी में 0.49% की वृद्धि।
भारती एयरटेल में 0.18% की वृद्धि।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और टाइटन कंपनी में भी निचली वृद्धि हुई.
टॉप लूजर्स:
एशियन पेंट्स, जिसमें 2.42% की गिरावट।
ग्रासिम इंडस्ट्रीज में 2.34% की गिरावट।
अडानी एंटरप्राइजेज में 2.21% की गिरावट।
अल्ट्राटेक सीमेंट्स एवं हीरो मोटोकॉर्प में भी महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई.
सामान्य विश्लेषण: इस दिन के दौरान मेटल सेक्टर में भी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को एक दिन में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ. निवेशकों को बाजार की गतिविधियां पहले से ही ऊँचाई पर थी, लेकिन जैसे ही टैरिफ में अनिश्चितता बढ़ी, इसके बाद की गिरावट में काफी तेजी आई.
शेयर बाजार 22 अगस्त 2025 को नकारात्मक रुख के साथ बंद हुआ, जिसमें कई कंपनियों के स्टॉक्स की कीमतों में गिरावट देखी गई।
आज के दिन सेंसेक्स 721 अंक गिरकर 81,463 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 225 अंक की गिरावट के साथ 24,837 पर ठहरा. व्यापक बिक्री के कारण निवेशकों को भारी नुकसान सामना करना पड़ा है, जिसमें लगभग 5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति डूब गई है.