• 07 Jun, 2025

दक्षिण कोरिया राष्ट्रपति चुनाव मे कंजर्वेटिव राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार किम मून-सू ने अपनी हार स्वीकार की और प्रतिद्वंद्वी उदारवादी नेता ली जे-म्यूंग को चुनाव जीतने के लिए बधाई दी

दक्षिण कोरिया राष्ट्रपति चुनाव मे कंजर्वेटिव राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार किम मून-सू ने अपनी हार स्वीकार की और  प्रतिद्वंद्वी उदारवादी नेता ली जे-म्यूंग को चुनाव जीतने के लिए बधाई दी

राष्ट्रपति युन सुक येओल महाभियोग व शांति-भंगकारी मार्शल लॉ के कारण चुनाव में कड़ी प्रतिस्पर्धा
चुनाव में भाग लेने वाले मतदाताओं की संख्या पूर्व से अधिक
यह दक्षिण कोरिया केराजनीतिक भविष्य के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तन
कंजर्वेटिव राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार किम मून-सू ने अपनी हार स्वीकार की
दक्षिण कोरियाई नागरिक लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी भागीदारी को महत्वपूर्ण मानते हैं
पिछले प्रशासन की नीतियों से लोगों की निराशा
वोटों की गिनती बुधवार सुबह तक जारी रहेगी
सूर्याश स्वरुप अन्तरराष्ट्रीय कन्टेन्ट क्रियेटर इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज एजेंसी
कानपुर 4 जून, 2025
सियोल, 3 जून2025। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतगणना शुरू हो गई है। अन्तिम चुनावी नतीजे देर रात के आसपास सामने आने की संभावना है।वोटों की गिनती बुधवार सुबह तक जारी रहेगी।
राष्ट्रीय चुनाव आयोग के अनुसार उत्तरी ग्योंगसांग प्रांत के मतगणना केंद्रों पर मतगणना रात करीब 8.35 बजे (स्थानीय समयानुसार) शुरू हुई। देशभर में 254 मतगणना केंद्रों पर मतों की गिनती रात 8.30 से 8.40 बजे तक शुरू हुई।70 से 80 प्रतिशत वोटों की गिनती हो जाने के बाद विजेता का नाम आधी रात के आसपास सामने आने की उम्मीद है।
दक्षिण कोरिया राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों के अनुसार कंजर्वेटिव राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार किम मून-सू ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। किम ने कहा है कि वह "लोगों की पसंद को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं" और अपने प्रतिद्वंद्वी, उदारवादी नेता ली जे-म्यूंग को चुनाव जीतने के लिए बधाई दी है।दक्षिण कोरिया की राजनीतिक स्थिति पिछले समय से हलचल में है पूर्व राष्ट्रपति युन सुक येओल के महाभियोग और उनके द्वारा लागू किए गए शांति-भंगकारी मार्शल लॉ के कारण चुनाव में किम मून-सू को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा जबकि ली जे-म्यूंग ने चुनाव में प्रमुखता से जीत हासिल की। दक्षिण कोरिया चुनाव में भाग लेने वाले मतदाताओं की संख्या पुर्व से अधिक थी यह राजनीतिक भविष्य के लिए महत्वपूर्ण था ।
किम मून-सू ने अपनी हार स्वीकार करते हुए कहा कि चुनाव परिणाम दर्शाता है कि परिवर्तन और नई दिशा की ओर अग्रसर होनाका परिणाम है उन्होंने अपनी पार्टी को संदेश दिया कि भविष्य में वे चुनावी हार से सीख लें।
चुनाव के दौरान मतदाता अधिक टर्नआउट इस बात का संकेत है कि दक्षिण कोरियाई नागरिक लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी भागीदारी को महत्वपूर्ण मानते हैं। सामजिक असंतोष और राजनीतिक गड़बड़ी के बीच यह चुनाव एक बड़े आंतरिक राजनीतिक परिवर्तन का हिस्सा है ।
पिछले प्रशासन की नीतियों से लोगों की निराशा से किम मून-सू की हार और ली जे-म्यूंग की जीत दक्षिण कोरिया के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को पुन: स्थापित करने का प्रयास है।