→ मुरलीधर ज्ञानचंदानी (₹14,000 करोड़) और भाई बिमल ज्ञानचंदानी (₹9,000 करोड़) RSPL ग्रुप
→ विजय शेखर शर्मा (₹8,000 करोड़) पेटीएम के संस्थापक
→ दिनेश चंद्र अग्रवाल (₹5,400 करोड़) IndiaMART के संस्थापक
→ जबकि आलख पांडेय (₹4,500 करोड़) PhysicsWallah के संस्थापक
→ प्रदीप कुमार जैन (₹4,400 करोड़) और भाई चक्रेश कुमार जैन (₹4,400 करोड़) PNC इंफ्राटेक
→ यशवर्धन अग्रवाल (₹4,200 करोड़), हितेश ओबेराय (₹7,600 करोड़) और सचिन अग्रवाल (₹9,800 करोड़)
→ ये सभी उद्योगपति उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
कानपुर : 19 अगस्त 2025:
उत्तर प्रदेश के सबसे अमीर लोगों की सूची में कई प्रमुख उद्योगपति और उद्यमी शामिल हैं जिनकी संपत्तियाँ करोड़ों में मापी जाती हैं। यहाँ पर उत्तर प्रदेश के शीर्ष दस अमीर लोगों के नाम और उनकी संपत्तियों का विवरण दिया गया है:
मुरलीधर ज्ञानचंदानी - ₹14,000 करोड़
मुरलीधर ज्ञानचंदानी भारतीय कारोबारी जगत के उन चुनिंदा व्यक्तियों में से हैं जिनका व्यवसायिक सफ़लता और संपत्ति दोनों उल्लेखनीय हैं। उन्हें सर्वाधिक नेट वर्थ वाला उद्यमी बताया जाता है। वे RSPL ग्रुप के प्रमुख मालिक हैं, जो घरेलू उपभोक्ता वस्तुओं के क्षेत्र में विशेषकर घड़ी और डिटर्जेंट जैसे उत्पादों के निर्माण और विपणन के लिए जाना जाता है। इस समूह की उपभोक्ता-उन्मुख रणनीतियाँ तथा ब्रांडिंग ने इसे घरेलू बाजार में एक मज़बूत पहचान दिलाई है।
मुरलीधर ज्ञानचंदानी उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र कानपुर में रहते हैं, कानपुर का औद्योगिक परिवेश और उपभोक्ता बाजार RSPL ग्रुप के व्यावसायिक हितों के अनुरूप हैं। स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर कारोबार का स्थायी विकास उनकी नीतियों और प्रबंधन क्षमताओं का परिणाम है।
मुरलीधर की नेतृत्वशैली और दीर्घकालिक निवेश दृष्टिकोण ने RSPL ग्रुप को प्रतिस्पर्धी बाजार में टिकाऊ वृद्धि दिलाई है। उत्पाद विविधीकरण, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और ब्रांड निर्माण में उनके निर्णय समूह को लाभप्रदता और बाजार हिस्सेदारी प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, स्थानीय अर्थव्यवस्था में उनके उद्यमों के माध्यम से रोजगार सृजन और आर्थिक गतिविधि को भी सहयोग मिलता है। मुरलीधर ज्ञानचंदानी का व्यावसायिक कदम और RSPL ग्रुप का विकास यह दर्शाते हैं कि योजनाबद्ध व्यापारिक रणनीति तथा उपभोक्ता-केंद्रित उत्पादों के माध्यम से लम्बी अवधि में उल्लेखनीय संपत्ति और प्रभाव हासिल किया जा सकता है। कानपुर में उनके आवास और स्थानीय जुड़ाव ने उनके उद्योगिक योगदान को और भी प्रासंगिक बनाया है।
मुरलीधर ज्ञानचंदानी के पास सर्वोच्च नेट वर्थ है। वे RSPL ग्रुप (घड़ी डिटर्जेंट) के मालिक हैं और कानपुर में रहते हैं.
बिमल ज्ञानचंदानी - ₹9,000 करोड़
वे मुरलीधर के भाई हैं और RSPL ग्रुप के सह-संस्थापक हैं.
विजय शेखर शर्मा - ₹8,000 करोड़
पेटीएम के संस्थापक, विजय अलीगढ़ के निवासी हैं और डिजिटल पेमेंट्स में क्रांति लाने वाले प्रमुख उद्यमियों में से एक हैं.
दिनेश चंद्र अग्रवाल - ₹5,400 करोड़
इंडियाMART के संस्थापक, दिनेश का निवास नोएडा में है और वे B2B ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में सक्रिय हैं.
आलख पांडेय - ₹4,500 करोड़
फिजिक्स वाला के संस्थापक, आलख पांडेय प्रयागराज में रहते हैं और उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी प्लेटफॉर्म बनाया है.
प्रदीप कुमार जैन - ₹4,400 करोड़
पीएनसी इंफ्राटेक के संस्थापक, प्रदीप आगरा में रहते हैं और उनका व्यवसाय भारतीय बुनियादी ढाँचे के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है.
चक्रेश कुमार जैन - ₹4,400 करोड़
प्रदीप का भाई और व्यवसायिक साझेदार, चक्रेश भी पीएनसी इंफ्राटेक का संचालन करते हैं.
यशवर्धन अग्रवाल - ₹4,200 करोड़
प्रियागोल्ड बिस्किट्स के संस्थापक, यशवर्धन का उद्योग FMCG क्षेत्र में प्रमुखता रखता है.
हितेश ओबेराय - ₹7,600 करोड़
उन्हें इंडिया में Infogedge का मालिक माना जाता है, जो कई डिजिटल व्यवसायों में शामिल है.
सचिन अग्रवाल - ₹9,800 करोड़
पीटीसी इंडस्ट्रीज के मालिक, सचिन का आधार लखनऊ में है और वे खाद्य एवं पेय उद्योग में काम कर रहे हैं.
इन सभी उद्योगपतियों ने अपनी प्रतिभा और मेहनत से भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उत्तर प्रदेश का यह उद्यमिक वातावरण नए उद्यमियों के लिए भी अवसर प्रदान करता है।
- 14 Sep, 2025
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