• 14 Sep, 2025

भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 अगस्त 2025 को लोकसभा में विशेष चर्चा

भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर    18 अगस्त 2025 को लोकसभा में विशेष चर्चा

  • अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन पर लोकसभा में चर्चा
  • "2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य में अंतरिक्ष कार्यक्रम की भूमिका" पर चर्चा
  • सांसद भारत के अंतरिक्ष मिशनों की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर विचार
  • 25 जून 2025 को 18 दिनों तक नासा के एक्सिओम-4 मिशन के तहत  अंतरिक्ष स्टेशन पर
  • 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग
  • यात्रा ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को मजबूत किया
  • भविष्य में देश के अपने स्पेस स्टेशन की स्थापना के लिए मार्ग प्रशस्त
  • ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगी।

    कानपुर : 18 अगस्त 2025: 
    नई दिल्ली : 17 अगस्त 2025: 
    भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर ऐतिहासिक मिशन पर लोकसभा में 18 अगस्त 2025 को विशेष चर्चा आयोजित की जाएगी। 
    चर्चा का मुख्य विषय होगा "2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य में अंतरिक्ष कार्यक्रम की भूमिका"। सांसद और नीति-निर्माता इस अवसर पर भारत के अंतरिक्ष मिशन की उपलब्धियों, भविष्य की योजनाओं और इससे जुड़ी रणनीतिक एवं आर्थिक प्रभावों पर विचार करेंगे। 
    शुभांशु शुक्ला ने 25 जून 2025 को नासा के एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष में यात्रा की और वह 18 दिनों तक आईएसएस पर रहे। उनके साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने भी इस मिशन में भाग लिया: पैगी व्हिटसन (अमेरिका), स्लावोज उजानांस्की (पोलैंड) और टिबोर कापू (हंगरी)। 
    शुक्ला ने इस दौरान 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए और कई आउटरीच सेशंस का आयोजन किया। 15 जुलाई को सफलतापूर्वक लौटने पर उनका भव्य स्वागत किया गया, जिसमें केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और दिल्ली की मुख्यमंत्री भी शामिल थीं। 
    शुभांशु शुक्ला की यात्रा केवल व्यक्तिगत उपलब्धि के साथ भारत के लिए एक नया अध्याय है, जिससे देश का अंतरिक्ष कार्यक्रम और मजबूत होगा और भविष्य में भारत अपने स्पेस स्टेशन स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ा सकता है। 
    शुभांशु शुक्ला के मिशन की सफलताओं को मान्यता देना यह दर्शाना भी है कि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के अपने लक्ष्य के प्रति गंभीर है और कैसे अंतरिक्ष मिशन इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं。 
    विशेष चर्चा भारतीय संसद में एक महत्वपूर्ण क्षण अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की बढ़ती पहचान को दर्शा भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए मार्ग भी प्रशस्त करेगी। शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक यात्रा से देश की युवा पीढ़ी को भी प्रेरणा मिलेगी। 
    इस ऐतिहासिक चर्चा के साथ-साथ दो महत्वपूर्ण विधेयक लोकसभा में पेश किए जाएंगे: 
    जन विश्वास (प्रावधानों का संशोधन) विधेयक, 2025 — पीयूष गोयल पेश करेंगे। 
    भारतीय प्रबंधन संस्थान (संशोधन) विधेयक, 2025 — धर्मेंद्र प्रधान पेश करेंगे।